कलेक्टर से मिला नक्सल पीडि़त परिवार, योजनाओं का सुविधा नहीं मिलने की जानकारी दी
सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है
बीजापुर। बीजापुर के नक्सल पीड़ित परिवारों को पुनर्वास (Rehabilitation) कार्य योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिले के कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने अध्यक्षता की।
बैठक में नक्सल पीड़ित परिवार की तरफ से बीजापुर के इमरान खान, सुदेश बोगम, मोहन ताती ने पीड़ित परिवारों का पक्ष रखा। उन्होंने कलेक्टर से पीड़ित परिवारों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। ऐसे कई परिवार है जो नक्सल पुनर्वास (Rehabilitation) योजना के तहत शासकीय सुविधाओं के हक़दार है। मग़र सालों से आज दिनांक तक इन परिवारों को न ही शासकीय नौकरी मिली है और न ही मकान।
सरकार की तरफ से दी जाने वाली आर्थिक सहायता, बस पास, राशन कार्ड, छात्रवृत्ति जैसे विभिन्न सुविधाएं भी अब तक इन परिवारों को नहीं मिल पाई है। बीजापुर जिले में कई परिवार ऐसे हैं जो नक्सल पुनर्वास (Rehabilitation) योजना के तहत आते है, लेकिन यह परिवार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दी जाने वाली इन सुविधाओं को लेकर अब तक यह परिवार वंचित है। जिन्हें यह सुविधाएं जल्द से जल्द मुहैया कराई जाए।
पुनर्वास में मिलती है ये सुविधाएं
- पात्रता के अनुसार सरकारी नौकरी
- आर्थिक प्रोत्साहन राशि
- खेती के लिए ज़मीन आबंटन
- अपराध मुक्त हो सकते समर्पित नक्सली
- कुटीर उद्योगों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना
- समर्पित नक्सली के दो बच्चों को निःशुल्क शिक्षा व छात्रावास
- न्यूनतम दर पर खाद्यान्न
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की पात्रता
- आवास व स्वरोजगार योजनाओं में पात्रता
- बस किराए में 50 फीसदी तक छूट