कृषि सुधार बिल किसानों के हित में क्रांतिकारी कदम: Gehlot
उज्जैन। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने आज कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते कृषि सुधार बिलों को पास कर क्रांतिकारी काम किया है। इससे किसानों को उनकी उपज का दुगना दाम मिलेगा।
श्री गेहलोत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले चार पांच वर्षो से कृषि बिल सुधार को लेकर किसानों, किसान संगठनों सहित अन्य संगठनो से चर्चा और बातचीत के बाद ही केन्द्र सरकार ने इस बिल को मंजूरी दी है। अब इस सकारात्मक बिल को लेकर कांग्रेस का विरोध उचित नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर इन बिलों को लेकर किसानों को बरगलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनके घोषणा पत्र में भी यह बिल था।
उन्होंने केन्द्र सरकार द्बारा किसानों के हितों को लेकर लिए गए अनेक निर्णयो की जानकारी देते हुए कहा कि इन बिलों से कोई कृषि उपज मंडी बंद नहीं होगी और न ही समर्थन मूल्य हटाया जाएगा। इसमें कोई बदलाव नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब किसान मंडी के बाहर भी अपनी उपज बेच सकेंगे। इससे किसानों को कोई टैक्स नहीं देना होगा। कांग्रेस एवं अन्य विरोधी दल केवल राजनीति कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि इस मामले की जांच एसआईटी के माध्यम से की जा रही है और जांच के बाद ही वहां की सरकार ने इस मामले के दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि इस मामले को फास्ट्रेक कोर्ट में जल्दी सुनवाई की जायेगी। उन्हें उम्मीद है कि इस मामले के दोषियो को कठोर से कठोर सजा मिलेगी।(एजेंसी)