जब बुज़ुर्ग महिला ने SP से कहा, “मोर दुःख पीरा ल सुने हस, मोरे बेटा बरोबर लागत हस”
गरियाबंद. गरियाबंद पुलिस अधीक्षक (gariyaband sp) कार्यालय में भरी दोपहरी में एक वृद्घ महिला 25 किमी दुर अपने गाँव से अपनी फ़रियाद लेकर एसपी से मिलने पहुँची थी।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (gariyaband sp) सभाकक्ष में मीटिंग ले रहे थे। मीटिंग उपरांत बरामदे के बेंच में बैठी महिला को देख कर स्वतः संज्ञान लेकर महिला की फ़रियाद सुनने उसी के पास पहुँच गए। फ़रियाद सुनकर तत्काल सम्बंधित थाना प्रभारी को निर्देशित कर समस्या का समाधान किया।
इसी बीच चर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक की नज़र वृद्धा के नंगे पाँव पर पड़ी तब तत्काल उन्होंने आफ़िस स्टाफ़ को बुलाकर रुपए दिए और वृद्घ माता के लिए चप्पल एवं भोजन की व्यवस्था करवाया।एसपी ने वृद्घा को आफ़िस में बैठाकर पानी पिलाया और अपने मोबाइल नम्बर देकर कहा कि जब कभी कोई समस्या होगी तो गाँव के किसी व्यक्ति से फ़ोन करवाना।
वृद्घ महिला ने आशीर्वाद देते हुए कहा -“ मोर दुःख पीरा ल सुने हस, मोरे बेटा बरोबर लागत हस”