फ्लिपकार्ट को नहीं पता नागालैड है भारत का हिस्सा, पहले बताया इंडिया से बाहर फिर मागी माफी
गुवाहाटी। ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट उस वक्त विवाद में फंस गई, जब उसने नगालैंड को भारत के बाहर बता दिया और सामान की ऑनलाइन डिलीवरी देने से इंकार कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक फ्लिपकार्ट ने कस्टमर के ऑर्डर को यह कहते हुए लेने से मना कर दिया कि वह इंडिया के बाहर के ऑर्डर नहीं लेती। हालांकि जब उसे अपनी इस गलती का अहसास हुआ तो उसने माफी मांगते हुए अपनी गलती मानी। खबर वायरल होते ही फ्लिपकार्ट टीम ने एक दिन बाद माफी मांगी है. फ्लिपकार्ट टीम की ओर से कहा गया, पहले अनजाने में हुई गलती के लिए हमें बेहद खेद है। हम नगालैंड के क्षेत्रों सहित पूरे देश में सेवाभाव सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं। हम आपके साथ जुडऩे और वर्तमान में उपलब्ध विकल्प प्रदान करने में खुश हैं।
दीमापुर टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में कंपनी ने नगालैंड के एक ग्राहक को दिए जवाब में बताया कि वह पूर्वोत्तर राज्य में माल क्यों नहीं पहुंचा रहा है। एक कस्टमर का जवाब देते हुए फ्लिपकार्ट की ओर से कहा गया, इसके लिए हमें क्षमा करें। हम हमारे साथ खरीदारी में आपकी रुचि की सराहना करते हैं। हालांकि, हम भारत के बाहर हमारी सेवाएं प्रदान नहीं करते हैं।
दीमापुर टुडे के फेसबुक पेज पर इस खबर को गुरुवार को अपलोड किया गया। यह पोस्ट जल्द ही वायरल हो गई। कई लोगों ने ई-कॉमर्स कंपनी की खिल्ली उड़ाते हुए सवाल किया कि क्या इसने नगालैंड को स्वतंत्रता दे दी है। एक अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, इस पर त्रिपुरा शाही वंशज और स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन के संस्थापक प्रद्योत माणिक्य देब बर्मन ने गुरुवार को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, हैलो फ्लिपकार्ट, क्या यह सच है? अगर सच है, तो क्या आप नहीं जानते कि नगालैंड भारत से बाहर नहीं है! ये चौंकाने वाला है।