रायपुर AIIMS से कोविड-19 के 72 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज
24 एडमिट और 19 सैंपल पॉजीटिव
रायपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर से सोमवार को 72 रोगी डिस्चार्ज किए गए और 24 नए रोगी एडमिट किए गए। वीआरडी लैब में 19 सैंपल पॉजीटिव पाए गए हैं। दो रोगियों की को-मोर्बिडीटी और कोविड-19 की वजह से मृत्यु हो गई।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 वार्ड में 225 रोगी उपचार प्राप्त कर रहे हैं। इनमें 07 गर्भवती महिलाएं और 36 बच्चे शामिल हैं। वीआरडी लैब में पाए गए 19 पॉजीटिव सैंपल में 13 राजनंदगांव के, 03-03 रायपुर और दुर्ग के सैंपल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि एम्स की इमरजेंसी और ट्रामा में 24 घंटे रोगियों को एडमिट किया जा रहा है साथ ही सभी ओपीडी पूर्ववत कार्य कर रही हैं। सभी जरूरी ऑपरेशन भी नियमित रूप से किए जा रहे हैं। अभी कोविड-19 रोगियों के लिए 400 बैड की व्यवस्था की गई है। इसी के अनुरूप चिकित्सकों और अन्य स्टॉफ नियुक्त किया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इसे 500 तक बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही कोविड-19 के अलावा अन्य सभी रोगियों के उपचार की व्यवस्था भी पूर्व की भांति जारी रहेगी।
रायपुर निवासी 52 वर्षीय पुरुष रोगी को जो हाइपरटेंशन और डायबिटीज मैलाइटिस से ग्रस्त था, 18 जुलाई को एम्स में एडमिट किया गया। उपचार के दौरान इसे कोविड-19 पॉजीटिव के साथ निमोनिया और एक्यूट रेसपिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम पाए जाने पर कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया। रोगी की हालत बिगड़ने पर इसे आईसीयू में मैकेनिकल वेंटीलेशन भी दिया गया। चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बाद भी इसकी स्थिति बिगड़ती गई और 20 जुलाई को प्रातः 1.43 बजे को-मोर्बिडीटी और कोविड-19 की वजह से इसकी मृत्यु हो गई।
राजनंदगांव स्थित गर्वमेंट मेडिकल कालेज से एक 32 वर्षीय पुरुष रोगी को एम्स के लिए रेफर किया गया था। रोगी हाइपरटेंशन विद सिजर, पोलियोमेलाइटिस और राइट हैमीपेरेसिस से ग्रस्त था। इसे 19 जुलाई को प्रातः 1.00 बजे एम्स में एडमिट किया गया। चिकित्सकों के काफी प्रयासों के बाद भी इसकी स्थिति बिगड़ती गई और इसी दिन रात्रि 9.38 बजे रेपिड इंट्राकॉर्निया टेंशन और इंट्रोसेरेब्रल हेमरेज के साथ कोविड-19 की वजह से इसकी मृत्यु हो गई।