रेस्टोरेंट जाएं तो याद रखिए अब वेटर नहीं आएंगे आर्डर लेने, खास मशीन मिलेगी
Raipur.01 oct. अब रेस्टोरेंट में बैठकर (Rungta college R-1) भोजन का लुत्फ उठाने के दौरान कोरोना का डर आपको नहीं सताएगा। जीरो कॉन्टेक्ट फूड सप्लाई के तहत टेबल पर मेन्यू कार्ड नहीं दिखेंगे। खाने का ऑर्डर लेने कोई वेटर भी नहीं आएगा। पूरा सिस्टम एक छोटी सी मशीन संभालेगी। भिलाई की दो इंजीनियर बेटियों ने ऐसी डिवाइस बनाई है, जिससे रेस्टारेंट में कोरोना संक्रमण खतरे को 50 फीसदी कम किया जा सकेगा। टेक्नोक्रेट्स बेटियों के डिवाइस का नाम है, डिजी मेन्यू’। इस सिस्टम के तहत टेबल पर एक टच स्क्रीन और आवाज पर कमांड करने वाली मशीन लगाई गई है। इसी मशीन से ऑर्डर दिए जाएंगे। (Rungta college R-1) खाने के बाद बिल इसी पर आएगा। ग्राहक अपने खाने के अलावा अन्य किसी भी चीज को हाथ नहीं लगाएंगे। रेस्टारेंट के किसी और कर्मचारी के साथ भी कोई कॉन्टैक्ट नहीं होगा।
जानिए… कैसे काम करेगा सिस्टम
डिवाइस संतोष रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आर-1) की छात्रा रुद्राणी चंदेल और पल्लवी करांगल ने तैयार की है। उन्होंने बताया कि इसे शहर के रेस्टारेंट और कैफे में एक प्रोडक्ट के तौर पर सेल करने की तैयारी है। जैसे ही कोई टेबल पर बैठेगा, सबसे पहले उसे मोबाइल के जैसी डिवाइस दिखेगी। यह डिजिटल मेन्यू है। इसमें पकवान के दाम और बनाने में लगने वाला समय फीड होगा। कस्टमर इसमें पकवान का नाम कहेगा। (Rungta college R-1) उस पकवान को कंफर्म करते ही सूचना सीधे शैफ के पास लगे स्क्रीन पर दिखेगी। इसमें टेबल नंबर और अन्य विवरण भी होंगे। खाना पक जाने के बाद सर्व करने के वक्त ही सिर्फ एक बार वेटर के दर्शन हो पाएंगे। बाद में बिल भी इसी डिवाइस पर आएगा। कस्टमर स्कैन कर पेमेंट कर सकेगा।
किचन की हाईजीन स्क्रीन पर
यह पूरा सिस्टम इंटरनेट पर काम करेगा। कोरोना संक्रमण के भय को कम करने के लिए टेक्नोक्रेट्स बेटियों ने एक और बढिय़ा जुगाड़ लगाया है। वाइस कमांड या टच स्क्रिन पर दिए गए ऑर्डर जैसे ही शैफ तक पहुंचेंगे, वैसे ही ग्राहक के टेबल पर रखी स्क्रीन डिवाइस पर किचन लाइव शुरू हो जाएगा। ग्राहक किचन की हाईजीन को भी देख पाएंगे और खाना पका रहे शैफ ने प्रीकॉशन लिया है या नहीं ये भी पता चलेगा।
इसलिए बनाया यह डिवाइस
रुद्राणी ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में रेस्टारेंट और होटल संचालक बेहद परेशान है। भारत सरकार ने रेस्टारेंट में बैठाकर खाना खिलाने की मंजूरी दे दी है, लेकिन ग्राहक अब भी इससे परहेज कर रहे हैं। रेस्टारेंट और उनमें काम कर रहे कर्मचारियों के सामने आर्थिक तंगी बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस डिवाइस के रेस्टारेंट में रहने से लोगों को जरूर बाहर निकलकर खाने की हिम्मत आएगी। इससे किसी की नौकरी भी नहीं जाएगी, क्योंकि वेटर वहां कार्यरत है, उसको सिर्फ एक बार ही कस्टमर के सामने जाना है। इससे ग्राहक के साथ-साथ रेस्टारेंट के स्टाफ भी कॉन्टेक्ट में आने से बच पाएंगे। इस तरह कोरोना संक्रमण का खतरा कम होगा।
डेढ़ हजार रुपए में तैयार
इस मेन्यू डिवाइस को तैयार करने में करीब डेढ़ हजार रुपए का खर्च आया है। इसमें दो स्क्रीन लगी हुई है। एक में टेबल पर बैठा ग्राहक मेन्यू देखकर ऑर्डर देगा और दूसरी स्क्रीन पर शैफ वही ऑर्डर देखकर खाना पकाएगा। इन दिनों अभी हर जगह कम मैनपॉवर के साथ काम किया जा रहा है, ऐसे में यह डिवाइस वेटर्स की संख्या कम होने पर भी मैनेज कर लेगी। डिवाइस को माइक्रोकंट्रोलर और कुछ सेंसर्श की मदद से तैयार किया गया है। कॉलेज के चेयरमैन संतोष रूंगटा और डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने छात्राओं का हौसला बढ़ाया।