डिजिटल अरेस्ट कर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

कानपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यूपी समेत कई राज्यों में 12 ठिकानों पर छापे मार कर डिजिटल अरेस्ट कर लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।  सीबीआई ने ‘ऑपरेशन चक्र-वी’ के तहत इस गिरोह के चार ठगों को गिरफ्तार किया है। छापों के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी ने बैंक खातों का विवरण, डेबिट कार्ड, चेकबुक, जमा पर्चियां और कई अहम डिजिटल उपकरण जब्त किए।

 

अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सीबीआई ने राजस्थान सरकार के अनुरोध पर दर्ज डिजिटल गिरफ्तारी से जुड़े एक मामले में छापे मारे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और मुंबई से दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, केंद्रीय एजेंसी ने राजस्थान में दर्ज मामले को अपने हाथ में लेने के बाद व्यापक डाटा विश्लेषण और गहन जांच की। सीबीआई ने अपराधियों की पहचान करने के लिए उन्नत जांच तकनीकों का इस्तेमाल किया।

 

जांच के दौरान प्राप्त सुरागों के आधार पर, एजेंसी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और संभल, पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर, मुंबई और जयपुर में 12 ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली। परिणामस्वरूप इस अत्यधिक संगठित अपराध गिरोह में शामिल चार व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार आरोपियों    को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। 

 

तीन महीने तक एक पीड़ित को बंधक बना 42 किस्तों में वसूले 7.67 करोड़

अधिकारियों ने बताया कि साइबर अपराधियों ने पीड़ित को विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों के रूप में तीन महीने से अधिक समय तक डिजिटल रूप से हिरासत में रखा। इस दौरान आरोपियों ने पीड़ितों से 42 किस्तों में कुल 7.67 करोड़ रुपये की उगाही की।

 

अपराधियों पर नकेल के लिए आधुनिक इंतजाम

सीबीआई ने एक बयान में कहा, जांच एजेंसी डिजिटल गिरफ्तारी मामलों की जांच में बहुआयामी तरीके अपना रही है। इनके तहत ऐसे अपराधों के पीछे के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।