सैन फ्रांसिस्को। अमेरिकी संघीय न्यायाधीश विंस छाबडि़या ने फेसबुक की मूल कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स का पक्ष लेते हुए लेखकों के एक समूह द्वारा दायर कॉपीराइट उल्लंघन के मुकदमे को खारिज कर दिया है। लेखकों ने कंपनी पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के प्रशिक्षण के लिए उनकी रचनाओं को चुराने का आरोप लगाया था। छाबड़िया ने पाया कि मेटा पर मुकदमा करने वाले 13 लेखकों ने गलत दलील पेश कीं।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश विंस छाबड़िया ने बुधवार को फैसला सुनाया। सैन फ्रांसिस्को की संघीय अदालत की ओर से एक सप्ताह में यह दूसरा फैसला था, जिसमें तेजी से विकसित हो रहे एआई उद्योग के खिलाफ पुस्तक लेखकों के कॉपीराइट दावों को खारिज किया गया। न्यायाधीश छाबडि़या ने मामले को खारिज किया, लेकिन यह भी कहा कि फैसला इस मामले में लेखकों तक ही सीमित है और इसका मतलब यह नहीं है कि कॉपीराइट वाली सामग्रियों का मेटा द्वारा उपयोग वैध है। वादियों में कॉमेडियन सारा सिल्वरमैन और लेखक जैकलीन वुडसन व ता-नेहिसी कोट्स जैसे लोग शामिल हैं।
भविष्य में भारी जीत साबित होगी
हालांकि मेटा ने मामले को खारिज करने के अपने अनुरोध में जीत हासिल की, लेकिन यह भविष्य में एक भारी जीत साबित हो सकती है। न्यायाधीश विंस छाबड़िया ने अपने 40 पृष्ठ के निर्णय में बार-बार इस संबंध में कारणों की ओर संकेत दिया है कि मेटा और अन्य एआई कंपनियां पुस्तकों और मनुष्यों की कृतियों के आधार पर अपनी तकनीक का प्रशिक्षण देने के लिए कॉपीराइट उल्लंघन कर रही हैं। इस फैसले का असर सिर्फ मेटा ही नहीं बल्कि कई अन्य एआई कंपनियों पर पड़ेगा।
जज छाबड़िया ने लिखा, एआई तकनीक अभूतपूर्व है, लेकिन यह सुझाव कि प्रतिकूल कॉपीराइट निर्णय इस तकनीक को रोक देंगे, हास्यास्पद है। एआई मॉडल के प्रशिक्षण के लिए कॉपीराइट किए गए कार्यों का इस्तेमाल करना उतना ही जरूरी है जितना कि कंपनियां कहती हैं।