नयी दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे श्री वाजपेयी पहली बार 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने। दूसरी बार मार्च 1998 से अप्रैल 1999 तक और तीसरी बार 1999 से 2004 तक वे प्रधानमंत्री रहे। 2015 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े नेता के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी प्रगतिशील आर्थिक नीतियों, बड़ी परियोजनाओं और राष्ट्रीय राजमार्ग के विकास के लिए जाने जाएंगे। उनके नेतृत्व में 1998 में पोखरण-2 परमाणु परीक्षण किया गया और भारत को एक परमाणु राष्ट्र बनाने में योगदान दिया। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को ग्वालियर में हुआ।
विदेशमंत्री के रूप में 1977 में श्री वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी में भाषण दिया था। वे एक प्रभावशाली वक्ता, लेखक, कवि, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। ट्वीटर पर एक वीडियो साझा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि वाजपेयी जी के जीवन से अनेक शिक्षाएं ग्रहण की जा सकती हैं।
राष्ट्र आज शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय को भी उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया। उन्होंने 1916 में वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की।