इंटरनेट डेस्क। दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुुरुवार को एक विवादित बयान दिया है जिसके बाद वे निशाने पर आ गए हैं।
टिकैत ने माफी मांगने की बजाय कहा है कि जब उपद्रवी लाल किला पर झंडा फहरा रहे थे तो पुलिस कहां थी? कोई फायरिंग क्यों नहीं की गई?। उपद्रवी वहां से कैसे भाग गए। पुलिस ने उन्हें जाने क्यों दिया। दीप सिद्धू पर राकेश टिकैत ने कहा कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार क्यों नहीं किया।

इससे पहले भी राकेश टिकैट ने कहा था कि लाल किला पर हिंसा के दौरान पुलिस ने गोली क्यों नहीं चलाई। इस बयान के बाद राकेश चौतरफा घिर गए और लोग पूछने लगे क्या वह तथाकथित किसानों पर गोली चलवाना चाहते थे?।