वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्रोत्साहन पैकेज पर उठाया सवाल
नयी दिल्ली. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को सरकार द्वारा जारी किए गए प्रोत्साहन पैकेज पर सवाल उठाया है।
चिदंबरम ने कहा है कि यह पैकेज निराश करने वाला है और इसने समाज के कई वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया है। इसमें आबादी के निचले तबके में शामिल 13 करोड़ परिवार, प्रवासी मजदूर और किसान शामिल हैं।
चिदंबरम ने सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में गरीबों, किसानों और मजदूरों की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और 10 लाख करोड़ रुपये के व्यापक वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि हम इस पैकेज को लेकर निराशा व्यक्त करते है और सरकार से गुजारिश करते हैं कि वह इस प्रोत्साहन पैकेज पर पुनर्विचार करें। उन्होंने कहा कि सरकार कम से कम 10 लाख करोड़ रुपये के राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा करें, जो जीडीपी के 10% फीसदी के हिस्से के बराबर हो।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि 1,86,650 करोड़ रुपये का राजकोषीय प्रोत्साहन, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का मुश्किल से 0.91% हिस्सा है। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संकट और गंभीर स्थिति को देखते हुए यह पैकेज पूरी तरह अपर्याप्त होगा।