एम्स रायपुर से दो और कोरोना मरीज़ ठीक, हुए डिस्चार्ज
रायपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर से दो और कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों को टेस्ट में नेगेटिव पाए जाने के बाद मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब एम्स में तीन कोविड-19 रोगी बचे हैं। तीनों की हालत स्थिर है।
एम्स द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार दो महिला रोगियों के दो दिनों तक टेस्ट नेगेटिव पाए जाने के बाद मंगलवार को उन्हें डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया गया। ये दोनों रोगी कोरबा स्थित कटघोरा की रहने वाली थी। इन्हें विशेष एंबुलेंस के माध्यम से वापस भेज दिया गया है। इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। इनमें से एक महिला दो छोटे बच्चों की मां है। बच्चों को पूर्व में ही टेस्ट नेगेटिव पाए जाने के बाद परिजनों के साथ भेज दिया गया था। वर्तमान में एम्स में कोविड-19 के तीन रोगी हैं जिनमें एक एम्स का नर्सिंग ऑफिसर शामिल है जो पूर्व मे कोविड-19 वार्ड में तैनात था। तीनों रोगियों की हालत स्थिर बनी हुई है।
एम्स ने नर्सिंग ऑफिसर के साथ तैनात अन्य चिकित्सकों और कर्मचारियों का एक बार पुनः कोविड-19 टेस्ट किया है। मंगलवार तक सभी सैंपल टेस्ट नेगेटिव रहे हैं। इसमें नर्सिंग ऑफिसर के संपर्क में आए अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं।
एम्स के निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा है कि प्रदेश में कोविड-19 के केस घटे जरूर हैं पर अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि देश के कई भागों विशेषकर छत्तीसगढ़ के निकटवर्ती प्रदेशों में कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के अनुरूप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, छींकते या खांसते समय मुंह को ठीक तरह से ढंकने और हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि एम्स ने अपनी टेस्टिंग क्षमता को बढ़ा दिया है जिससे बिना लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों की भी त्वरित पहचान कर उन्हें इलाज प्रदान किया जा सके।