गाजा में 15 महीने से जारी जंग रोकने पर इजराइल और हमास सहमत हो गए हैं। हमास, गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजराइली नागरिकों को रिहा करेगा। बदले में इजराइल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा।
दुनिया में एक बड़े युद्ध का अंत हो गया है। इजरायल-हमास के बीच संघर्ष विराम समझौते पर सहमति बन गई है। मध्यस्थों ने कहा कि ये संघर्षविराम रविवार से लागू होगा। इसके तहत गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली लोगों को रिहा किया जाएगा। बदले में इजराइल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा।
पिछले 15 महीने से जारी संघर्ष में फिलिस्तीनी इलाके तबाह हो गए हैं और पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव है। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल सानी ने दोहा में गाजा सीजफायर की घोषणा की। दोहा में ही दोनों पक्षों के बीच कई सप्ताह से युद्धविराम को लेकर बातचीत चल रही थी।
अल जजीरा ने समझौते से जुड़ी शर्तें जारी की हैं। इनके अनुसार, इजरायल लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनमें से 250 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। वहीं, हमास 33 इजरायली बंदियों को रिहा करेगा।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इसका ऐलान करते हुए कहा, ‘गाजा में युद्ध विराम समझौता हो गया है। हमारे पास मिडिल ईस्ट में बंधकों के लिए एक समझौता है। उन्हें जल्द रिहा किया जाएगा।’ अमेरिका में 20 जनवरी को डॉनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। उससे पहले उनकी तरफ से इस डील का ऐलान किया जाना उनके लिए बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।
गाजा के लोगों ने लंबे समय से मानवीय संकट का सामना किया है, और यह युद्धविराम उन्हें थोड़ी राहत प्रदान कर सकता है। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमलों के बाद इजराइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इन हमलों और जवाबी कार्रवाई में अब तक 46,707 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 110,265 से अधिक घायल हुए हैं। दूसरी ओर अल जजीरा के अनुसार हमास द्वारा किए गए हमलों में इजराइल में कम से कम 1,139 लोग मारे गए हैं।